शराब सप्लायर्स पर आकारी अफसर हाथ डालने से क्यों कतराते हैं

शराब सप्लायर्स पर आकारी अफसर हाथ डालने से क्यों कतराते हैं
हापुड़, सीमन : बृजघाट पर संदिग्ध परिस्थितियों में हुई 13 लोगों की मौत का राज आबकारी अफसरों व कर्मचारियों की करतूतों के कारण रहस्य बना है। अभी भी अफवाहों का बाजार गर्म है,कोई इन मौतों को शराब से बता रहा है,तो कोई स्वाभाविक
    13 लोगों की मौत के बाद अवैध रुप से शराब बेचने वालों के ठिकानों पर छापामारी की जा रही है। जनपद हापुड़ के सभी थानों के अंतर्गत रविवार को बड़े पैमाने पर छापामारी अभियान चलाया गया जिसके तहत हजारों शराब के पव्वे बरामद हुए और करीब चार दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह जनपद हापुड़ में सम्भवतया: पहला अभियान है,जो इतने बड़े पैमाने पर पुलिस ने एक साथ चलाया।
   इन ठिकानों से पुलिस व आबकारी विभाग ने देशी शराब,हिमाचल प्रदेश,अरुणा प्रदेश,हरियाणा की देशी व अंग्रेजी शराब बरामद की है। इसके अतिरिक्त ऐसे भी अनेक ठिकाने होंगे,जहां पुलिस व आबकारी टीम अभी पहुंच नहीं पाई होगी।
    शराब के अवैध धंधे में लिप्त धंधेबाज पुलिस व आबकारी विभाग को इस बात की जानकारी देते है, कि वे शराब कहां से लाकर अपने-अपने इलाके में बेचते है। रविवार को भी पकड़े गए आरोपियों ने शराब के ठिकानों की जानकारी दी, परंतु पुलिस व आबकारी  विभाग ने सप्लायर्स पर हाथ नहीं डाला। जनपद हापुड़ में पुलिस,आबकारी व शराब माफियों का गठजोड़ है, जिस कारण जनपद में  शराब का अवैध कारोबार अमर बेल की तरह पनप रहा है।