उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद (सतेन्द्र राघव) : जनपद गाजियाबाद में यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती अब मैन्युअल नहीं बल्कि सॉफ्टवेयर के माध्यम से होगी। कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती करने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। शुरुआत में सॉफ्टवेयर का ट्रायल भी किया गया जिसके बाद ट्रायल में नई प्रणाली को सफलता मिली है और इसको इसी महीने लागू किया गया है। आपको बता दें कि एडीसीपी ट्रैफिक पीयूष सिंह ने बताया कि ट्रैफिक पर्सनेल डेप्लॉयमेंट सिस्टम (TPDS) नामक सॉफ्टवेयर रेंडमाइजेशन एल्गोरिथम पर आधारित है। सॉफ्टवेयर के माध्यम से प्रत्येक महीने का ड्यूटी चार्ट तैयार होगा। यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए सॉफ्टवेयर को तैयार किया गया है। दरअसल कई बार ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तैनाती को लेकर सवाल उठते रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि सॉफ्टवेयर से पुलिसकर्मियों की तैनाती होने से पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता रहेगी। गाजियाबाद में कुल 170 ड्यूटी पॉइंट हैं। जहां पर यातायात कर्मियों की तैनात की जाती है। कुल 650 यातायातकर्मी गाजियाबाद में है जिनमें से 315 कांस्टेबल हैं। सॉफ्टवेयर की मदद से महीने भर के लिए यातायात कर्मियों की तैनाती की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस कर्मी की तैनाती एक माह के लिए एक ही स्थान पर की जाती है। अधिकारियों के मुताबिक सॉफ्टवेयर के माध्यम से मिली तैनाती पर यदि यातायात पुलिसकर्मी द्वारा किसी कारणवश ड्यूटी करने में असमर्थता जताई जाएगी तो ऐसे पुलिसकर्मी को रिजर्व में रखा जाएगा। अगले महीने फिर सॉफ्टवेयर के माध्यम से तैनाती दी जाएगी। ऐसे यातायातकर्मियों को वीआईपी मोमेंट में जरूरत के अनुसार तैनात किया जाएगा।
गाज़ियाबाद: सॉफ्टवेयर के माध्यम के जरिए ट्रैफिक पुलिस कर्मी की तैनाती