उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद (सतेन्द्र राघव) : जनपद गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम पुलिस ने एक मिनी ट्रैवलर बस में छिपकर साइबर ठगी का जाल बिछाने वाले तीन शातिर अभियुक्तों को धर दबोचा है। यह गिरोह टैली कॉलिंग के माध्यम से मासूम क्रेडिट कार्ड धारकों को रिवार्ड पाइन्ट्स रिडीम करने का झांसा देकर फंसाता था और उनकी गोपनीय जानकारी चुराकर फर्जी पोर्टलों पर उसका दुरुपयोग करता था।
आपको बता दें कि इंदिरापुरम पुलिस टीम ने गश्त के दौरान एक मिनी बस में संदेह के आधार पर तलाशी ली। इस तलाशी के दौरान तीन अभियुक्त सुशांत कुमार, सन्नी कश्यप और अमन गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया। यह तीनों अपराधी मिनी बस में बैठकर क्रेडिट कार्ड धारकों से धोखाधड़ी कर रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 13 की-पैड मोबाइल, 07 एंड्रॉइड फोन, 16 सिम कार्ड, 04 चैक बुक और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
ठगी का कुटिल खेल:
पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने खुलासा किया कि वे मिनी बस में बैठकर विभिन्न क्षेत्रों में घूमते थे और टैली कॉलिंग के जरिए क्रेडिट कार्ड धारकों को अपने जाल में फंसाते थे। इन शातिर ठगों ने फर्जी वेबसाइट्स और पोर्टल्स तैयार कर रखी थी। जिन पर वे लोगों को रिवार्ड पाइन्ट्स रिडीम करने का लालच देकर अपनी जानकारी भरने के लिए बाध्य करते थे। इस तरह ये लोग क्रेडिट कार्ड धारकों की संवेदनशील जानकारी प्राप्त कर लेते थे और उसे ठगी के मकसद से इस्तेमाल करते थे। इस गिरोह का जाल और भी फैला हुआ है। एक महिला इन अपराधियों को डाटा उपलब्ध कराती थी जिसमें क्रेडिट कार्ड धारकों के नाम और मोबाइल नंबर दर्ज होते थे। इनके अलावा कुछ अन्य लोग भी इस गिरोह का हिस्सा हैं। जो दिल्ली और गाजियाबाद के विभिन्न हिस्सों से यह आपराधिक गतिविधि संचालित कर रहे थे।
संदेहास्पद सामग्री की बरामदगी:
पुलिस ने अभियुक्तों के पास से 13 की-पैड मोबाइल फोन, 07 एंड्रॉइड फोन, 16 सिम कार्ड, 30 बैटरियां और 04 चैक बुक के साथ-साथ कई दस्तावेज बरामद किए हैं। इन दस्तावेजों में क्रेडिट कार्ड धारकों के नाम और उनके मोबाइल नंबर दर्ज हैं। पुलिस की कार्यवाही तेज़ी से चल रही है और जल्द ही इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश होने की संभावना है।