मुख्य विकास अधिकारी ने ली भूगर्भ जल विभाग की बैठक

 मुख्य विकास अधिकारी ने ली भूगर्भ जल विभाग की बैठक

हापुड़, सीमन: मुख्य विकास अधिकारी  उदय सिंह ने विकास भवन के सभागार में भूजल प्रबंधन विभाग की शुक्रवार को बैठक की। उन्होंने कहा कि संकटग्रस्त ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में जल का अविरल प्रबंधन सुनिश्चित करने हेतु भूगर्भ जल की   संरक्षा, व नियंत्रण करने हेतु अधिकारियों के को ठोस कदम उठाने होंगे क्योंकि भूगर्भ जल के स्तरों में आई गिरावट से कठिन स्थिति उत्पन्न हो गई है।ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में जल के स्रोतों में कमी आ गई है भूगर्भ जल घरेलू कृषि व उद्योगों हेतु महत्वपूर्ण जल स्रोत होने के कारण खाद्य और जीविका का आधार है क्योंकि जल प्रकृति का स्रोत है इसलिए भूमि में वनस्पति इत्यादि उत्पन्न करता है उन्होंने कहा कि बारिश का जल खास तौर पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा कर एकत्र किया जाए जिससे उसका उपयोग अनेक कार्यों में किया जा सके प्राकृतिक रूप से जल के स्तर को ऊपर उठाने हेतु हर संभव प्रयास किए जाएं और जल दोहन रोका जाए भूगर्भ जल के दुरुपयोग को रोकने के लिए सरकार द्वारा आर्थिक दंड व  सजा का भी प्रावधान है उन्होंने जिला कृषि अधिकारी से कहा कि वह किसानों को जानकारी दें की खेती के लिए कितना पानी आवश्यक है और कम पानी लगा कर कौन-कौन सी फसल तैयार की जा सकती हैं उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक ग्राम पंचायत भूगर्भ जल उप समिति का गठन किया जाएगा जो जल संसाधनों का संरक्षण और प्रबंधन करने हेतु किसी खंड के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों की छोटी इकाई होगी । पंचायतों में पंचायतों में भूगर्भ जल प्रबंधन समिति का गठन किया जाएगा जो खंड स्तर पर जल के संभाग प्रबंधन हेतु एक सार्वजनिक इकाई होगी जल प्रबंधन समिति के सदस्यों ने भी अपने सुझाव दिए कि इस समिति में विद्युत विभाग का कोई कर्मचारी भी सम्मिलित किया जाए जो कि गलत तरीके से संचालित समरसेबल पंप संचालन करने वालों पर कार्यवाही करें और अनावश्यक जल के बहाव को रोका जा सके और सभी को जल उपयोग करने हेतु मिल सके और भूगर्भ जल के स्तरों में गिरावट और जलाशय की कमी होने की भयानकस्थिति से बचा जा सके बैठक में जिला विकास अधिकारी संजय कुमार सिंचाई विभाग के अधिकारी कृषि अधिकारी, भूगर्भ जल समिति के सदस्य भारत भूषण सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।