शीत लहर के प्रभाव से बचाव हेतु उठाए कदम

 शीत लहर के प्रभाव से बचाव हेतु उठाए कदम                                

 हापुड़, सीमन: जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण (DDMA) हापुड़ की अध्यक्ष व जिलाधिकारी अदिति सिंह के निर्देश पर डीडीएमए ने कोहरा व शीतलहर के जोखिम को कम करने के लिए सक्रियता बढा दी है। डीडीएमए के सचिव व अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व ने सभी विभागों को  कोहरे के जोखिम को कम करने के लिए स्वयं सावधानी बरतने और लोगों को जागरूक करने के लिए निर्देश दिया है। डीडीएमए का  मानना है कि लोगों को जागरूक कर कोहरे व शीतलहर के प्रभाव को उन पर कम किया सकता है। डीडीएमए की ओर से मौसम विभाग की चेतावनी पर भी नजर रखी जा रही है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुरूप लोगों को सावधान व बचाव के लिए प्रयास किया जाएगा।।                   लोगों  को जागरूक करने के लिए शिक्षा विभाग, स्वस्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर पालिका व नगर पंचायत को लगाया गया है। जागरूक करने के अलावा सर्दी से बचाने के लिए रैन बसेरों से लेकर जरूरतमन्दों को कम्बल बांटने, उनके लिए अलाव जलाने की वयवस्था की गई है। 

 शीत लहर : क्या करें


* गर्म कपड़ों के साथ आपातकालीन किट तैयार रखें


* घर के अंदर सुरक्षित रहें, देर रात बहुत जरूरी हो तभी निकलें


* शीतदंश के लक्षणों को पहचानें, हाथ, पैर, नाक, कान, अंगुलियों पर सफेद या पीला दाग दिखाई दे तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं।


* कोयले की अंगीठी, केरोसीन आयल का चूल्हा, हीटर का प्रयोग बहुत सावधानी से करें। कमरे में जहरीली गैस भर सकती है। ऐसे में खिड़की खोलकर रखें।


* शरीर को सूखा रखें, गीले कपड़े तुरंत बदल दें


* वाहन की बैक लाइट ठीक रखें, साइकल से जा रहे हैं तो उस पर पीछे रिफ्लेक्टर लगाएं


* सर्दी से बचने के लिए कपड़े कम हैं तो पास में रैन बसेरा में जाएं या अलाव जहां जल रहा है वहां जाएं।            हर कदम सुरक्षित हापुड़ की ओर