हापुड़ नगर पालिका के निर्माण कार्यो की होगी जांच

 हापुड़ नगर पालिका के निर्माण कार्यो की होगी जांच
हापुड़, सीमन : मुरादनगर अन्त्येष्टि में गैलरी गिरने से हुई 25 लोगों की मौत के जिम्मेदार ठेकेदार अजय त्यागी की गिरफ्तारी के बाद यह तथ्य उजागर हुआ है कि स्थानीय प्राधिकरणों,निकायों,जिला पंचायतों,डूडा,ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यो का ठेका ऐसा ठेकेदारों को दिया जाता है जिनकी जन प्रतिनिधियों,अफसरों से सांठगांठ होती है,उन्हें भले ही ठेकेदार को अन्य स्थान से क्यों न आयात किया जाए। इस सांठगांठ में पत्रकारों की भी अहम भूमिका होती है।
   ऐसे शुरु होता है बंदरबाट का खेल-सबसे पहले जनप्रतिनिधियों चेहते ठेकेदार की खोज करता है और जरुरत समझने पर अन्य स्थानों से ठेकेदार आयात कर अपने-निकाय में उसका पंजीकरण कराता है। इसके बाद शुरु होती है,पत्रकार की खोज। जन प्रतिनिधियों को ऐसे पत्रकार भी चाहिए ,जो निर्माण व खरीद के विज्ञापन समाचार पत्र में प्रकाशित कराएं। परंतु किसी को विज्ञापन की कानों कान खबर तक न हों। भले ही विज्ञापन का प्रसार उसके क्षेत्र में शून्य हो। विज्ञापन प्रकाशित होने से ही बंदरबाट का खेल शुरु हो जाता है और फिर वही होता है,जो मुरादनगर ेमें हुआ।
    यदि नगर पालिका हापुड़ की बात करें तो उक्त बातें नगर पालिका हापुड़ पर खरी उतरती है हापुड़ नगर पालिका ने शून्य प्रसार वाले समाचार पत्रों को ही निर्माण व खरीद के विज्ञापन दिए हैं और आयात करके लाए गए ठेकेदारों को ही निर्माण कार्य मिले है। परिषद के घोटालों की जांच जरुरी है।