संस्कारों से ही मिलता है सम्मान

 संस्कारों से ही मिलता है सम्मान

हापुड़, सीमन/अशोक तोमर  :जमात ए इस्लामी हिन्द द्वारा चलाईं जा रही  मुहिम "निफाज कानून विरासत" व "मजबूत परिवार, मजबूत समाज" के अन्तर्गत गुरुवार को ग्राम दादरी में महिला सम्मेलन (इज्तेमा) का आयोजन कारी मजहर के संयोजन में किया गया जिसमें सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का आरंभ कुरआन पाक की तिलावत से हुआ। मुख्य अतिथि  कु.शाहनुमा ने कहा कि आज के आधुनिक युग में भी महिलाओं को उचित सम्मान नहीं मिल पा रहा है।घरेलू हिंसा,कन्या भ्रुण हत्या व बच्चियों के साथ बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों में बढ़ोतरी हुई है, यह चिन्ता का विषय है।नैतिक शिक्षा दीक्षा व अच्छे संस्कार ही महिलाओं को उचित सम्मान दिला सकते हैं।श्रीमती फ़रहीन ने कहा कि बेटियों को दहेज नहीं बाप की विरासत में हिस्सा मिलना चाहिए।निकाह को आसान बनाना चाहिए।शादियों में फिजूल खर्चे बन्द होने चाहिए शहरीन ने कहा कि  परिवार को मजबूत करने में औरत का महत्वपूर्ण योगदान होता है,परिवार मजबूत होगा तो समाज मजबूत होगा,मुफ्ती खालिद कासमी ने कहा कि इस्लाम ने औरतों के हकूक पर खास जोर दिया है.।महिलाओं की शिक्षा को अनिवार्य कहा गया है।उन्होंने कहा कि रोज़ा, नमाज़ के साथ साथ  बेटियों, बहनों, पत्नियों को संपत्तियों में अधिकार मिलना चाहिए  जो लोग औरतों के जायज हक दबाते हैं, वो गुनाहगार है.इस अवसर पर डाॅ अब्दुल्ला, शहजाद, दिलशाद, रियाजुलहसन,श्रीमती महरिश ,कारी मजहर  इमाम साहब आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे. यह जानकारी जिला मीडिया प्रभारी डाॅ अय्यूब मंसूरी ने दी.