पेड़ है तो जीवन है

 पेड़ है तो जीवन है

हापुड़, सीमन:विश्व वानिकी दिवस जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर रेंज में बृजघाट पर मनाया गया,  जिसमें मुख्य अतिथि पर्यावरणविद व  एडवोकेट भारत भूषण गर्ग ने अंतर्राष्ट्रीय वानिकी दिवस के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 1971, 21 मार्च से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वानिकी दिवस का कार्यक्रम मनाया जाता है इससे पूर्व ही जुलाई माह में 1950 से भारत पर्यावरण दिवस मनाता आ रहा है।पर्यावरण दिवस पर लोक भारती के प्रांत संयोजक भारत भूषण गर्ग ने कहा कि पेड़ है तो जल है और जल है तो जीवन है ।उन्होंने हापुड़ जनपद की बेटी नीम नदी को बचाने का अभियान की जानकारी देते हुए सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं व संस्थाओं को साथ आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि नीम नदी पर लोक भारती मॉडल के माध्यम से कार्य किया जा रहा है जिसमें लगातार ग्राम -ग्राम नीम नदी संसद का गठन करके वहां के लोगों के माध्यम से ही नीम नदी के सौंदर्यी करण रख रखाव व पुनर्जीवन की महत्वपूर्ण चर्चा वार्ताएं व कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब पूरे विश्व में यह तय किया कि वनों का औसत धरती पर 33 % होना चाहिए जो कि उससे बहुत कम है और इस दिशा में भारतवर्ष के प्रयास महत्वपूर्ण हो  सकते हैं। पर्यावरणविद भारत भूषण गर्ग ने इस अवसर पर जामुन का पेड़ लगाते हुए सभी उपस्थित लोगों से आव्हान किया कि आप सब लोग वृक्ष को अपने जीवन से जोड़ें किसी भी खुशी के महत्वपूर्ण अवसर पर पेड़ अवश्य लगाएं ।इस अवसर पर लोक भारती के संच प्रमुख मूलचंद आर्य जिला प्राकृतिक कृषि प्रमुख सूबेदार जगदीश सिंह चौहान डायरेक्टर विनोद कुमार लोधी रेंजर गढ़मुक्तेश्वर मोहन सिंह बिष्ट वन दरोगा गौरव गर्ग अरुण शर्मा अनुज जोशी नमामि गंगे से लाखन सिंह अशोक कुमार शर्मा आदि उपस्थित थे।