होली पर हुआ कवि सम्मेलन का आयोजन

 होली पर हुआ कवि सम्मेलन का आयोजन

हापुड़, सीमन(     ):हिंदी प्रोत्साहन समिति द्वारा ऑनलाइन एक  कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

 अध्यक्षता समिति के प्रदेश अध्यक्ष डा.  अनिल बाजपेई ने की व मंच संचालन गरिमा आर्य ने किया। मुख्य अतिथि डा चेतन आनंद रहे व विशिष्ट अतिथि ममता लडीवाल रही।

डा चेतन आनंद ने पढ़ाआंधियों की शरारत ये काम आ गयी।

एक चिट्ठी जो थी मेरे नाम आ गयी।

समिति के प्रदेश अध्यक्ष डा अनिल बाजपेई ने पढ़ा,

 'फाल्गुन के मल्हार में,

झूम रहा यह देश,

ढोलक की हर थाप में,

छिपा प्रेम संदेश।

गरिमा आर्य ने पढ़ा , 'होली तो अबके बरस बस घर ही में हो ली

न काला न नीला तन लागा बस चंदन रोली

मैंने भी अपने कान्हा संग खेली अबकी होली!

डा आराधना बाजपेई ने पढ़ा,मुख पर मला गुलाल है,होठों पर परिहास।

सराबोर है प्रीत से,

फाल्गुन का यह मास।

मंजीत सिंह अवतार ने पढ़ा एक छोटी रस्म निभाने को

जिद में तुझको ही पाने को,

एक तेरी चाहत की खातिर 

अब भूल रहा हूँ जमाने को।

मुक्ता शर्मा ने पढ़ा

होली है आज मेरे द्वार मिल जाएंगे सखा सहेली और पुराने सब सब मित्र, शोर से सारा मोहल्ला सरो बार है।

डा मीनू शर्मा ने पढ़ा रंगों से जुड़ा है पर्व  यह,

 अनोखा देखो अद्भुत सा,

 स्नेहा प्रेम से भरा हुआ

 जीवन को देता संदेशा।

 भरे जीवन को रंगो सब।

डा मीनू वर्मा ने पढ़ा

   खुशियों का रंग भरे जीवन में,

   दुःख सारे जिसमे छिप जाए।

   एक रंग होकर सब ईश्वर करें,

   होली के रंग मे रंगमय हो जाए ।।

ममता लडिवाल ने पढ़ा


सुर्ख़ मुहब्बत का रँग छाया होली में

क्यों कर तूने दिल धड़काया होली में

 चन्द्र शेखर मयूर ने पढ़ा 

मस्ती में झूम उठो मन में उमंग लो। 

थोड़ा सा चुटकी में प्यार भरा रंग लो। 

संरक्षक डा आराधना बाजपेई ने सभी का आभार व्यक्त किया।