कृषि कानून के विरोध में किसानों ने लहराए काले झंडे

 

कृषि कानून के विरोध में किसानों ने लहराए काले झंडे

हापुड़,सीमन/अशोक तोमर:' केद्रीय कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग को लेकर आंदोलनरत किसानों ने बुधवार को हापुड़ में काला दिवस मनाया। किसानों ने अपने घरों व ट्रैक्टरों पर काले झंडे लगाए तथा बांहों पर काली पट्टियां बांधी। गांव धनौरा में किसान नेता ज्ञानेंश्वर रिंकू त्यागी की अगुवाई में किसानों ने काले लेकर विरोध प्रर्दशन किया। हापुड़ जिला मुख्यालय पर किसानों ने पहुंचकर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया और कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग की। काला दिवस मनाने का आह्वान किसान संयुक्त मोर्चा ने किसान आंदोलन के 6 माह पूरा होने पर किया था। हापुड़ के उपजिला मैजिस्टेट सत्य प्रकाश व सी.ओ. एस.एन. वैभव पांडे पुलिस बल के साथ भाकियू के जिला उपाध्यक्ष यशवीर सिंह के गांव ततारपुर पहुंचे और किसानों से वार्ता कर कहा कि वे अपना विरोध घरों पर रह कर करें। कोविड-19 के मद्देनजर सार्वजनिक रुप से धरना प्रदर्शन का आयोजन न करें। भारतीय किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष यशवीर सिंह ने कहा कि किसान नए कृषि कानूनों के विरोध में घरों पर रह कर ही काला दिवस मना रहे हैं और नए कृषि कानून वापिस होने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेता ने गांवों में मौजूद स्वास्थ्य सेवाओं पर असंतोष जताया।