"योग एवं यज्ञ को जीवन का अंग बनाना चाहिए": ब्रह्मनिष्ठ आचार्य सत्यवीर

"योग एवं यज्ञ को जीवन का अंग बनाना चाहिए": ब्रह्मनिष्ठ आचार्य सत्यवीर

हापुड़, सीमन : आर्य समाज मंदिर में चल रहे योग, यज्ञ एवं आयुर्वेद चिकित्सा शिविर में दिल्ली से पधारे ब्रह्मनिष्ठ आचार्य सत्यवीर ने योगिक क्रिया सिखाते हुए कहा कि जो अपने जीवन में योग एवं यज्ञ को श्रद्धपूर्वक, निरन्तर करते हुए अपना लेगा उसे शारीरिक व मानसिक रोग, दरिद्रता, अशांति, अभाव आदि कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। वैदिक संध्या के माध्यम से ध्यान करना भी साधकों को सिखया। शनिवार को भारी संख्या में उचित दूरी बनाए रखकर महिलाओं व पुरुषों ने योगासनों किया।

शिविर के संयोजक आनंद प्रकाश आर्य ने बताया कि आर्य समाज मंदिर में प्रतिदिन योग व यज्ञ का आयोजन हो रहा है। अब कोरोना संकमण के कारण गतिविधियां बन्द थी लेकिन अब सरकार ने सावधानी पूर्वक तालाबंदी में छूट दी है। अतः अब प्रातः आर्य समाज मंदिर में नियमों का पालन कराते हुए योग एवं यज्ञ का कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। आप जीवन को निरोग रखने हेतु प्रारम्भ करें। प्रधान नरेंद्र आर्य ने आचार्य सत्यवीर व योग साधकों को धन्यवाद दिया तथा योग व यज्ञ को अपनाने का आवाह्न किया। कार्यक्रम में जवाहर लाल, सुरेंद्र कबाड़ी, चमन सिंह शिशोदिया, अरुण शर्मा, कुँवरपाल सिंह आर्य, विजेन्द्र गर्ग, मंगल सेन गुप्ता, वीना आर्य, अलका अग्रवाल, शशि सिंघल, पुष्पा आर्य, बीना आर्य, संगीता आर्य, कांता महेश, अमित आर्य, मंत्री अनुपम आर्य आदि उपस्थित हुए।