पूजा अर्चना से मन पवित्र होता है
हापुड़ सीमन /सुरेश जैन : जैन धर्म प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव अलका अशोक कालोनी में भव्य ढंग से मनाया गया। जैन धर्म के अनुयायियों ने भगवान आदिनाथ विधान पाठ में बैठकर श्रद्धा पूर्वक पूजा अर्चना की।इस अवसर पर 108 किलो का निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। दिगम्बर जैन मुनि आचार्य चैत्य सागर जी महाराज ने कहा कि जैन धर्म में चौबीस तीर्थंकर हुए हैं। भगवान आदिनाथ जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर तथा भगवान महावीर स्वामी चौबीसवें तीर्थंकर हुए हैं। आदिनाथ विधान में बैठकर पूजा अर्चना करने से मन पवित्र होता है तथा पापों का क्षय होता है। मनुष्य के अशुभ कर्मों के उदय से उत्पन्न विध्न बाधाएं दूर होती है। संदीप जैन, मनोज जैन, सुधीर जैन, राजेश जैन रेखा जैन, रेणुका जैन, सुरेश चंद्र जैन, सरोज जैन, प्रभा जैन, बीना जैन,रमा जैन सहित जैन धर्म के अनेक अनुयाई उपस्थित थे।