उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद (सतेन्द्र राघव) : जनपद गाजियाबाद के थाना क्रॉनिक सिटी क्षेत्र के गांव बदरपुर में 17 सितम्बर को हुई राशिद की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें जेल भेजा जा रहा है। आपको बता दें कि डीसीपी ग्रामीण के मुताबिक, महताब के बेटे जावेद और दामाद सुहैल का मोबाइल चोरी हो गया था। मोबाइल चोरी होने का शक दोनों को पड़ोस में रहने वाले रशीद के 11 वर्षीय से बेटे सूफियान पर था। सूफियान पर चोरी का आरोप लगने से डर के कारण वह 14 सितंबर की शाम से कहीं लापता हो गया था। इसी दौरान 16 सितंबर की रात को रशीद अपने बेटे की तलाश में घर से निकला था। मोबाइल चोरी की रंजिश और जेल भिजवाने की धमकी के चलते रशीद की आरोपियों ने हत्या कर दी। रशीद के भाई नौशाद ने बताया कि 17 सितंबर की तड़के राशिद का शव घर से करीब 200 मीटर की दर धान के खेत में पड़ा मिला। इसके बाद उसने पड़ोस में रहने वाले मेहताब, उसकी पत्नी शहनाज, बेटे जावेद, दामाद सुहैल के अलावा आदिल और गुलफाम के खिलाफ राशिद की हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। जानकारी के अनुसार पुलिस 72 घंटे में रशीद के पड़ोसी मेहताब की पत्नी शहनाज और मुजफ्फरनगर के कस्बा सिखेड़ा में बिलाल मस्जिद के पास रहने वाले मेहताब के दोस्त गुलफाम को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार गुलफाम जिला हरिद्वार के थाना धनरेड़ा के लेटर देवा का रहने वाला है। पूछताछ में गुलफाम ने बताया कि वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए चर्चित कव्वाल कांड मैं हत्या के आरोप में जेल गया था इसके दंगे में 60 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। गांव बदरपुर निवासी महताब तीन साल से जेल में बंद था। जेल में उन दोनों की दोस्ती हो गई। महताब ने गुलफाम को मुंह बोला बेटा मान लिया। महताब और उसकी पत्नी शहनाज ने उसकी जमानत कराई थी जिसके बाद 11 साल जेल में रहने के बाद 5 अगस्त को वह मुजफ्फरनगर जेल से रिहा होकर एक महीने तक महताब के घर ही रुका था। इसके बाद वह अपने गांव सिखेड़ा चला गया। महताब और उसकी पत्नी के एहसान को चुकाने के लिए उसने राशिद की हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार 16 सितंबर को गुलफाम गांव बदरपुर पहुंचा और इसी बीच उसे पता चला कि राशिद अपने बेटे को ढूंढने के लिए निकला है। तभी महताब के बेटे जावेद और दामाद सुहैल को साथ लेकर गुलफाम रशीद को तलाश में निकल गया। 16 सितंबर की देर रात राशिद उन्हें रास्ते में मिल गया जिसके बाद उन्होंने डंडे से हमला कर चाकू से बूथ कर मार डाला। इसके बाद उन्होंने रशीद के सबको उठाकर खेत में डाल दिया। इसके बाद गुलफाम दीवार फनकार मेहता आपके घर पहुंचा। जहां शहनाज ने खून से सने कपड़े और राशिद के मोबाइल को मिट्टी में दबा दिया। डीसीपी ने बताया कि मृतक का मोबाइल, डंडा व खून से सने कपड़े को बरामद कर लिया है। फरार जावेद और सोहेल की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
मोबाइल चोरी के शक में की थी राशिद की हत्या, दो गिरफ्तार, दो फरार